सीवी रमन का विज्ञान और संचार के क्षेत्र में विशेष योगदान-शिवानी जैन एडवोकेट ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि भारत में पहली सबसे बड़ी वैज्ञानिक खोज हुई थी जिसकी वजह से भारत में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन भारतीय वैज्ञानिक सीवी रमन ने अपने जीवन की सबसे बड़ी खोज की थी जिस पर उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला था। डॉ सीवी रमन की इसी खोज के सम्मान में देश के युवा वैज्ञानिकों और बच्चों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। थिंक मानवाधिकार संगठन की एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि सन 2020 से देश में विज्ञान को प्रोत्साहित करने के लिए विज्ञान और संचार के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए वैज्ञानिक पुरस्कार भी दिए जाते हैं। इस दिन देश भर में सार्वजनिक व्याख्यान, रेडियो टीवी आदि पर विज्ञान संबंधित कार्यक्रम, विज्ञान की फिल्में दिखाई जाती हैं और वैज्ञानिक प्रदर्शनी जैसी कई गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, डॉ आरके शर्मा, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, देवेश गौतम एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉक्टर एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट आदि ने कहा कि चंद्रशेखर वेंकट रमन ने प्रकाश प्रकीर्णन के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. अपनी खोज में उन्होंने बताया कि एक पारदर्शी पदार्थ से गुजरने पर प्रकाश की किरणों के तरंगदैर्ध्य में बदलाव आ जाता है। उनकी इस रिसर्च को रमन प्रभाव कहा गया। शिवानी जैन एडवोकेट डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ